दोस्तों आज के इस लेख में बताने वाला हूँ, की दुनिया में ऐसा कौन सा इंसान है जो अपनी जिंदगी (life) में सफल नहीं होना चाहता है, जीतना नहीं चाहता है, | हर व्यक्ति सफल होना चाहता है, जीतना चाहता है, अपनी जिंदगी में नाम कमाना चाहता है| और हर आदमी जीतने की, सफल होने की कोशिश भी करता है लेकिन क्या सभी जीत पाते हैं, सभी सफल हो जाते हैं ? इसका जवाब अधिकतर नहीं में होगा |
तो अब सवाल यह है कि आखिर कौन सी वजह है कौन सी बात है जिसके कारण सिर्फ कुछ लोग ही जीत पाते हैं, सिर्फ कुछ लोग ही अपनी मंजिल तक पहुंच पाते हैं | उस वजह का, उस चीज का नाम है “ ज़िद” ? क्योंकि बिना जिद के आप इतिहास नहीं रच सकते हैं, बिना ज़िद के आप अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच सकते हैं|
कहते हैं कि —
मँजिले बड़ी जिद्दी होती हैँ,
हासिल कहाँ नसीब से होती हैं|
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं,
जहाँ कश्तियाँ जिद पर होती हैँ|
भरोसा ‘‘ईश्वर’’ पर है,
तो जो लिखा है तकदीर में, वो ही पाओगे|
मगर, भरोसा अगर ‘‘खुद’’ पर है,
तो ईश्वर वही लिखेगा, जो आप चाहोगे ||
कहने का मतलब है की, जिद्दी लोग इतिहास रचते हैं और समझदार लोग तो केवल उनके बारे में पढ़ते हैं, इतिहास उठाकर देख लीजिए, जिस इंसान ने भी अपनी जिद्द को दिल से लगाया है उसी ने इतिहास रचा है | एक जिद्दी इंसान इतिहास रच सकता है| जब जब दुनिया में कोई नया अविष्कार (invention) हुआ या फिर जो भी बड़े बड़े परिवर्तन हुए है, वो किसी जिद्दी इंसान ने ही किये है |
जब इंसान के मन में कुछ करने की जिद आ जाती है तो वह फिर कुछ भी कर जाता है | साधारण इंसान केवल इस दुनिया में आते हैं और मर कर चले जाते हैं लेकिन जिद्दी इंसान इतिहास पलटने की ताकत रखता है |
तो आज हम बात करने वाले हैं ऐसे ही कुछ जिद्दी इंसानों के बारे में जिन्होंने अपनी जिद से अपना नाम इतिहास में दर्ज करा दिया है |
दशरथ मांझी (dashrath manjhi) की पत्नी 55 किलोमीटर तक फैले पहाड़ से नीचे गिर कर मर गई थी, तभी उस इंसान के मन में जिद आ गई कि इस पहाड़ को तोड़ना है| पहाड़ को तोड़ने में 22 साल लगे दोस्तों, लेकिन हिम्मत नहीं आ हारी, केवल एक छेनी और हथौड़े से 55 किलोमीटर का पहाड़ तोड़ डाला |
आप जानते हैं की
महात्मा गांधी (mahatma gandhi) को साउथ अफ्रीका में अंग्रेजों ने ट्रेन के डिब्बे से नीचे उतार दिया था और कहा कि तू इस पहले दर्जे के डिब्बे में सफर नहीं कर सकता | गांधी जी ने कहा कि मेरे पास टिकट है, लेकिन अंग्रेजों ने उनकी एक नहीं सुनी और कहा कि कुछ भी हो, इस पहले दर्जे (First class) के डिब्बे में सफर नहीं कर सकता और धक्का देकर ट्रेन से नीचे उतार दिया, तो गांधी ने जवाब दिया कि तुमने तो मुझे ट्रेन से निकाला है, अब मैं तुमको देश से निकाल दूंगा |
चंद्रशेखर आजाद (chandra shekhar azad) ने कहा था कि मेरे जीते जी अंग्रेज तो क्या, अंग्रेजों की गोली भी मुझे नहीं छू सकती| बहुत जिद्दी इंसान थे चंद्रशेखर आजाद, और लास्ट में हुआ यूं कि अपने हाथों से खुद को गोली मार ली लेकिन अंग्रेजों को छूने तक नहीं दिया |
सरदार भगत सिंह (sardar bhagat singh) की मां बाप ने कहा कि बेटा तेरी शादी तय हो गई है | अगले ही दिन एक चिट्ठी लिखकर घर से कानपुर भाग गए, और कहा कि मैंने यह शरीर इस देश को दे दिया है, यह किसी एक महिला के लिए नहीं है| क्योंकि उनमें जिद थी इस देश को आजाद कराने की |
अब बात करते हैं उस जिद्दी इंसान की बारे में, जिसने alibaba.com वेबसाइट की शुरुआत की थी| उनका नाम है – जैक मा |
जैक मा (Jack ma) पांचवी में दो बार, आठवीं में 3 बार फेल हुए थे | ग्रेजुएशन (graduation) करने के लिए अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सिटी (harvard university) एडमिशन देने से करीब 10 बार मना किया था | लगभग 28 नौकरियों (jobs) में उन्होंने अप्लाई किया था सभी में रिजेक्ट कर दिए गए थे| एक बार KFC में भी अप्लाई किया था तब उनके साथ कुल मिलाकर 25 लोगों ने अप्लाई किया था उनमें से 24 लोग सेलेक्ट हो गए और अकेले जैक मा रिजेक्ट हुए थे| इतनी बार फ़ैल होने और रिजेक्ट होने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, निराश नहीं हुए| क्योंकि खुद से जिद थी एक दिन वह आकाश की बुलंदियों को छू लेंगे | और आज उसी जिद के कारण चीन के सबसे अमीर आदमी है |
तो दोस्तों जब आदमी के अंदर जिद आ जाती है तो फिर कोई भी मुश्किल, कोई भी मुसीबत, कोई भी विफलता रोक नहीं सकती है, जिद्दी व्यक्ति जो चाहता है उसे करके ही छोड़ता है | क्योंकि जिद्दी इंसान को सिर्फ अपना लक्ष्य (target) दिखता है, सिर्फ अपनी मंजिल दिखती है| आम इंसान वह सब कुछ सोच नहीं सकता, जो जिद्दी इंसान कर गुजरते हैं|
अगर जिंदगी में सफल (success) होना है तो जिद पालिए, और जिद किसी भी चीज की होती है जैसे –
- अगर आप एक स्टूडेंट है, तो अच्छे नंबर लाने की ज़िद करें|
- अगर आप किसी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो उसको एक ही बार में क्लियर करने की जिद करें|
- यदि आप किसी खेल में एक खिलाड़ी है, तो एक अच्छा खिलाड़ी बनने की जिद करें|
- अगर आपको सिंगिंग पसंद है, तो टॉप सिंगर बनने की जिद करें|
- अगर आप बिजनेस करते हैं, तो एक अच्छा बिजनेसमैन बनने की कोशिश करें|
- अगर आप जॉब करते हैं, तो जॉब में अच्छे लेवल तक जाने की ज़िद करें|
- अगर आप का कोई सा भी सपना है, तो उस सपने को पूरा करने की जिद करें|
और लास्ट में यही कहना चाहता हूं कि आप जिस भी फील्ड में है या जिस फिल्ड में भी जाना चाहते हैं, उसके अंदर टॉप पर पहुंचने की जिद करें, फिर चाहे परिस्थिति कैसी भी हो अपनी जिद को ना छोड़े, अपने सपने को ना छोड़े, बल्कि अपनी जिद को मजबूत करके अपनी मंजिल को हासिल करें और अपने सपने को पूरा करें|
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