क्या पढ़ कर लाखों लोगों ने बहाना बनाना छोड़ा : Life Changing

अक्सर लोग जब सफल नहीं हो पाते, तो वह अपनी असफलता को छुपाने व अपनी विफलता को ढकने के लिए बहानों (Excuses) का सहारा लेते हैं जिससे यह साबित हो सके कि दूसरों के मुकाबले उनके सामने ज्यादा मुश्किलें आई थी | यदि सच में आप अपने सपनों को पाना चाहते हैं अपनी मंजिल को हासिल करना चाहते हैं तो बहाने बनाना बंद कीजिए – क्योंकि इस लेख में मैं जिन लोगों के उदाहरण देने जा रहा हूं, उनके सामने आप से भी ज्यादा विपरीत परिस्थिति थी, कई बार तो उनका विरोध भी किया गया, कई बार उनकी हिम्मत टूटी थी फिर भी वह सभी लोग “ इतनी मुश्किल परिस्थितियों के बाद भी अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार कोशिश करते गए – इसलिए आज वह हमारे इस लेख का हिस्सा है |

आइये पढ़ते हैं उन सफल लोगों के बारे में जिन्होंने बहानों का प्रयोग करने के बजाय चुनौतियों का सामना किया और अपने लक्ष्य को हासिल किया |

Lakhs of people left making excuses after reading :-

EXCUSE 1 :
मैं एक छोटी सी नौकरी करता हूं, इससे क्या हो पाएगा |
धीरूभाई अंबानी भी छोटी सी नौकरी करते थे |

EXCUSE 2:
मेरे पास काम शुरू करने के लिए भी रुपए नहीं है |
इंफोसिस के पूर्व चेयरमैन नारायण मूर्ति के पास भी काम शुरू करने के लिए रुपए नहीं थे, उन्हें अपनी पत्नी की गहने बेचने पड़े थे |

EXCUSE 3
मैं अत्यंत गरीब घर में पैदा हुआ था |
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम मैं गरीब घर में पैदा हुए थे |

EXCUSE 4
मैं इतनी बार हार चुका हूं की अब हिम्मत नहीं बची |
अब्राहिम लिंकन 15 बार चुनाव हारने के बाद राष्ट्रपति बने |

EXCUSES 5
मेरी लंबाई बहुत कम है |
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की भी लंबाई कम है |

EXCUSE 6
मेरी उम्र बहुत ज्यादा हो चुकी है |
विश्व प्रसिद्ध केंटकी फ्राइड चिकन (KFC) के मालिक ने 62 साल की उम्र में पहला रेस्त्रां खुला था |

EXCUSE 7
मेरी उम्र बहुत कम है |
टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की उम्र बहुत कम थी |

EXCUSE 8
मुझे उचित शिक्षा लेने का अवसर नहीं मिला |
उचित शिक्षा का अवसर पूर्ण होटल के मालिक हेनरी फोर्ड को भी नहीं मिला था |

EXCUSE 9
मुझे बचपन से मंदबुद्धि कहा जाता है |
महान वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन को भी बचपन से मंदबुद्धि कहा जाता था |

EXCUSE 10
मेरी कंपनी एक बार दिवालिया हो चुकी है, अब मुझ पर कौन भरोसा करेगा |
दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी पेप्सीकोला भी दो बार पहले दिवालिया हो चुकी है |

मोटिवेशन की आग से सोए हुए व्यक्ति को जगाया जा सकता है लेकिन जो व्यक्ति सोने का ढोंग कर रहा है उसे कैसे जगाए.. उठो दोस्तों उठो, आगे बढ़ो और अपनी जिंदगी में कुछ करो !!

EXCUSE 11
मैं अत्यधिक मोटा हूं, इस वजह से मुझे शर्म आती है |
प्रसिद्ध गायक अदनान सामी भी बहुत मोटे हैं |

EXCUSE 12
एक दुर्घटना में अपाहिज होने के बाद मेरी हिम्मत चली गई |
प्रख्यात नृत्यागना सुधा चंद्रन के पैर नकली है |

EXCUSE 13
मेरा दो बार नर्वस ब्रेकडाउन हो चुका है, अब क्या कर पाऊंगा |
डिज्नीलैंड बनाने के पहले वाल्ट डिज्नी का 3 बार नर्वस ब्रेकडाउन हुआ था |

EXCUSE 14
मैं इंजीनियर बनना चाहता था, व्यापारी बन गया |
डेल कार्नेगी फुटबॉल खिलाड़ी बनना चाहते थे, लेकिन विश्व प्रख्यात लेखक बन गए |

EXCUSE 15
बचपन में ही मेरे पिता का देहांत हो गया था |
प्रख्यात संगीतकार ए आर रहमान के पिता का भी देहांत बचपन में हो गया था |

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EXCUSE 16
मैंने साइकिल पर घूमकर आधी जिंदगी गुजार दी है |
निरमा कंपनी के फाउंडर करसन भाई पटेल ने भी साइकिल पर निरमा बेचकर आधी जिंदगी गुजारी |

EXCUSE 17
मेरे पास एक बहुत अच्छा आइडिया है लेकिन जहां भी जाता हूं, वहां कोई भी मेरे इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता |
जेरॉक्स फोटो कॉपी मशीन के आइडिये को भी कई सारी कंपनियों ने अस्वीकार किया था लेकिन आज पूरी दुनिया इसका इस्तेमाल कर रही है |

कुछ लोग कहते हैं कि यह जरूरी नहीं कि जो प्रतिभा इन महान लोगों में थी, वह हमारे अंदर भी हो | इस बात से मैं सहमत हूं लेकिन यह भी जरूरी नहीं है की जो प्रतिभा आपके अंदर है, वह इन महानायक में हो |

मैं यह नहीं कहता कि हर किसी को समान मेहनत करने पर सामान परिणाम मिलते हैं, किसी को उतनी ही उपलब्धि हासिल करने के लिए ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है तो किसी को कम … लेकिन दोस्तों सफलता देर से मिली हो जा जल्दी, ज्यादा हार के बाद मिली हो या कम हार के बाद, सफलता ज्यादा मेहनत से मिली हो या कम मेहनत से – यह सब बिल्कुल भी महत्व नहीं रखता.. महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने जीवन में जिस लक्ष्य को अर्जित करना चाहते थे जिस मंजिल को आप पाना चाहते थे आपको वह मंजिल मिली या नहीं |

अंत में यह कहना चाहता हूं – कि भविष्य कभी भी अपने आप नहीं बनता है.. आपकी हर रोज की मेहनत ही आपके आने वाले कल (भविष्य) का निर्माण करती है | आप हर रोज जो मेहनत कर रहे हैं, वही मेहनत आपकी भविष्य में तब्दील हो रही है… इसलिए बहानेबाजी को छोड़कर, पूरी मेहनत से, ईमानदारी से व पूरी कर्तव्यनिष्ठा से अपनी मंजिल की ओर आगे बढ़े और अपने लक्ष्य को हासिल करें..!!

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Nikhil Vijayvargiya

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