World Red Cross Day 2020: आपात स्थिति में हमेशा तत्पर रहती है संस्था, ऐसे हुई शुरुआत

रेड क्रॉस एक अंतरराष्ट्रीय संगठन (International Organization) है। यह संस्था युद्ध में घायल लोग, आकस्मिक दुघर्टनाओं व आपातकाल, आपदा से पीड़ित लोग, जैसे की बाढ़ के कारण पीड़ित लोगो को राहत दिलाने में सहायता करती है। इस संस्था की पहचान के लिए सफ़ेद और लाल रंग के क्रॉस निशान बनाया गया था बाद में यह निशान पूरे विश्व में पीड़ित लोगो की सेवा का प्रतीक बन गया। यह दिन हर वर्ष एक नयी थीम के साथ मनाया जाता है, ताकि लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके। इस दिन पर पूरी दुनिया में कई ऐसे प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लोगों की मदद की जाती है।

World Red Cross Day (8 May)

हर साल पूरे विश्व में 08 मई को ‘विश्व रेडक्रास दिवस’ मनाया जाता है। यह दिवस रेडक्रॉस के संस्थापक और शान्ति के लिए पहले नोबल पुरस्कार विजेता जीन हेनरी ड्यूनैंट के जन्म दिन के अवसर पर मनाया जाता है। विश्व रेडक्रॉस दिवस (World Red Cross Day) को अन्तर्राष्ट्रीय स्वंयसेवक दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

History of world red cross day:

रेड क्रॉस की शुरुआत वर्ल्ड वॉर 1 के बाद रेड क्रॉस के 14वें इंटरनेशनल कांफ्रेंस में की गई थी। इसकी शुरुआत इंटरनेशनल कमिशन ने की थी। रेड क्रॉस के सिद्धांतों को मान्यता 15वें इंटरनेशनल कांफ्रेंस में वर्ष 1934 में मिली, जिसके बाद इसे दुनियाभर में लागू किया गया।

First Blood Bank:

विश्व का पहला ब्लड बैंक रेडक्रॉस की पहल पर अमेरिका में 1937 में खोला गया। आज दुनिया के अधिकांश ब्लड बैंकों का संचालन रेडक्रॉस एवं उसकी सहयोगी संस्थाओं के द्वारा किया जाता है। रेडक्रॉस (red cross) द्वारा चलाए गए रक्तदान जागरूकता अभियान के कारण ही आज थैलेसिमिया, कैंसर, एनीमिया जैसी अनेक जानलेवा बीमारियों से हजारों लोगों की जान बच रही है।

एक भयानक युद्ध से आया रेड क्रॉस का आइडिया:

जॉन हेनरी डिनैंट स्विटजरलैंड के व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता थे। जब वह इटली गए तो वहां उन्होंने सोल्फेरिनो का युद्ध देखा। उस एक ही दिन के युद्ध में 35000 से ज्यादा सैनिक मारे गए और कई घायल हो गए थे। किसी भी सेना के पास घायल सैनिकों की देखभाल के लिए कोई चिकित्सा की टीम नहीं थी। फिर हेनरी डिनैंट ने स्वंयसेवकों के एक समूह को संगठित किया। उन स्वंयसेवकों ने घायलों तक खाना और पानी पहुंचाया और घायलों का उपचार किया। इस घटना के कुछ साल बाद डिनैंट ने अपने इस दुखद अनुभव को एक किताब के रूप में प्रकाशित किया। किताब का नाम था ‘A Memory of Solferino‘…उन्होंने अपनी पुस्तक मैं युद्ध के भयंकर दृश्य के बारे में बताया, कि कैसे युद्ध में अपने अंगों को गंवाने वाले लोग चिल्ला रहे थे, दर्द से जूझ रहे थे और कोई भी उनको बचाने वाला नहीं था। पुस्तक के अंत में उन्होंने एक स्थायी अंतरराष्ट्रीय सोसायटी की स्थापना का सुझाव दिया था। ऐसी सोसायटी जो युद्ध में घायल लोगों का इलाज और उनकी देख-रेख कर सके। ऐसी सोसायटी जो हर नागरिकता के लोगों के लिए काम करे। उनके इस सुझाव पर ही रेड क्रॉस सोसायटी का निर्माण हुआ।

Important facts about Red Cross:

  • रेडक्रॉस मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में है।
  • रेडक्रॉस एक गैर सरकारी संगठन है। जिसकी स्थापना वर्ष 1863 में हुई थी।
  • वर्ष 1920 में भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी का गठन हुआ था।
  • रेड क्रॉस ने प्रथम विश्‍व युद्ध और द्वतीय विश्‍व युद्ध में अपनी अहम भूमिका निभाते हुऐ घायल सेनिकों और नागरिकों की सहायता की थी।
  • इसका प्रमुख उद्देश्य रोगियों, घायलों तथा युद्धकालीन बंदियों की देख-रेख करना और उनको साहयता प्रदान करना है।
  • रेड क्रॉस के इन्‍ही कार्यों की बदौलत वर्ष 1917 में इस संंस्‍था को नोबेल शांति पुरस्‍कार से नवाजा गया था।
  • आज के समय में लगभग 190 देशों में रेड क्रॉस संस्‍था अपना कार्य कर रही है।

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Nikhil Vijayvargiya

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