एक ऐसा निर्णय जो पूरी दुनिया में सफल प्रबंधक की मिसाल बना!!

दोस्तों बात उस समय की है जब दूसरा महायुद्ध हुआ था। तब जर्मनी ने हालैंड पर हमला करने का सोचा, उस समय जर्मनी की सेना के पास कई अत्याधुनिक हथियार थे, और जर्मनी एक शक्तिशाली देश था। जबकि हालैंड के पास बहुत ही कम मात्रा में हथियार थे। जब हालैंड के अंदर जर्मनी के आक्रमण का समाचार पहुंचा तो लोगों में खलबली मच गई और हालैंड के लोगों को काफी डर लगने लगा।

हालैंड के लोग काफी विचार करने लगे इतने शक्तिशाली देश जर्मनी से कैसे मुकाबला किया जाए, और साथ ही देश को गुलाम भी नहीं बनाया जा सकता था । इसलिए हालैंड देश के सभी जिम्मेदार लोगों ने एक निर्णायक समिति बनाई और उनके साथ बैठकर विचार विमर्श करने लगी कि देश को कैसे बचाया जाए।

हालैंड के अंदर हिटलर की सेना कभी भी हमला कर सकती थी। लेकिन हालैंड समुद्र की सतह से काफी नीचे बसा है, इसलिए उसे समुंद्र के पानी से बचाने के लिए समुद्र के किनारों पर बड़ी दीवारें और परकोटे बनाए गए थे । और इसे अपनी शक्ति मानकर हालैंड के जिम्मेदार लोगों ने कहा – हम मर जाएंगे, किंतु हिटलर के गुलाम नहीं बनेंगे”..

इतने सारे नागरिकों में से किसी एक नागरिक ने पूछा – यदि हम सब लोग मर गए, तब जर्मनी हमें गुलाम बना लेगा। फिर हम क्या करेंगे ?

जिम्मेदार लोगों की निर्णायक समिति ने कहा – नहीं, हमारे मरने के बाद भी वह हमें गुलाम नहीं बना पाएंगे।

फिर हालैंड के लोगों ने कहा वह कौन सा उपाय है जिससे हम मर कर भी गुलाम नहीं बन सकते ?

तब उन जिम्मेदार लोगों की निर्णायक समिति में से एक नागरिक ने कहा – जब हिटलर की सेना हमारी सीमा तक पहुंचेगी, तब हम यह दीवारें और परकोटे तोड़ देंगे। फिर ना हमारा देश रहेगा और ना ही हम, और यहां तक कि हिटलर की पूरी सेना भी समुद्र में डूब जाएगी।

हालैंड के लोगों का लक्ष्य जानने के बाद जर्मनी और हिटलर की सेना घबरा गई, और फिर हिटलर की सेना युद्ध ना करने के बारे में सोच विचार करने लगी और अंत में हिटलर की सेना ने हमला करने का फैसला त्याग दिया । और बाद में यह निर्णय सफल प्रबंधक की मिसाल बन गया ।

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दोस्तों कुछ ऐसा ही प्रबंधन आपको अपने लक्ष्य के बारे में करना चाहिए – यहां पर लक्ष्य से जुड़े कुछ Quotion यहां लिखे हैं आप उन्हें पढ़िए और अपने जीवन में उतारिये..

जो लोग बिना लक्ष्य के जीते हैं वह जल्दी मर जाते हैं।
लेकिन जो लोग कुछ बनने का ख्वाब देखते हैं,
वह लोग विश्व में अमर हो जाते हैं !!

लक्ष्य प्राप्त करना भी वैसा ही है जैसा कि एक युद्ध को जीतना,
क्योंकि युद्ध हमेशा आत्मविश्वास से जीते जाते हैं,
हथियारों से नहीं !!

जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य संकल्प से जीता जाता है,
क्योंकि संकल्प वह शक्ति है
जो कि मनुष्य को कर्म करने के लिए प्रेरित करता है !!

यदि लक्ष्य की बुनियादी हिला दी जाए
और दिल से सारी उम्मीदें मिटा दी जाए,
तब सफलता से कोसों दूर हो जाएगी !!

आप अपने लक्ष्य में कितनी दिलचस्पी ले रहे हैं,
यह आपकी प्यास पर निर्भर करता है,
क्योंकि जितनी तेरी प्यास होगी
उतने ही मन से आप अपने लक्ष्य पर काम करेंगे !!

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Nikhil Vijayvargiya

This Nikhil Vijayvargiya. A Motivational Blogger.

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