दोस्तों इस लेख मैं बताने वाला हूं, कई लोगों के साथ यह Problems आती है की उनको विश्वास तो होता है कि मैं यह कर सकता हूं मैं यह बन सकता हूं मैं यह सब कुछ पा सकता हूं लेकिन फिर भी उनके दिल और दिमाग में Negative Thought और डर होने की वजह से ज्यादा कुछ कर नहीं पाते लेकिन यदि आज आपने इस लेख को अच्छे से समझ लिया तो मैं आपको विश्वास दिलता हूँ, कि आप जिस भी काम मैं Success नहीं हो पा रहे हो या जो भी काम आप करना चाहते हो उसमें आप सक्सेस हो जाओगे| तो आइए स्टार्ट करते हैं|
जो लोग आपको देख कर हंसते हैं वह लोग कल आपको देखते रह जायेंगे – Sandeep Maheshwari
दोस्तों हम सब की Zindagi एक कार की तरह है और जो कार का शीशा है वह हमारी सोच, हमारा व्यवहार, और हमारा नजरिया है| बचपन में तो यह शीसा बिल्कुल साफ होता है एकदम Clear, लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं और हमारे आसपास के लोगों की वजह से, हमारी Environment की वजह से, और साथ ही साथ हमारे अपनों की वजह से हमारा खुद के बारे में विश्वास बदलता जाता है|
मतलब उस शीशे पर लोगों की वजह से, इन्वायरमेंट की वजह से, और अपनी वजह से धूल मिट्टी कचरा इकट्ठा होता रहता है जमता जाता है और इस धूल मिट्टी और कचरे से भरे शीशे को हम अपनी हकीकत मान लेते हैं| और कहीं ना कहीं हम उस शीशे को साफ करना भूल गए है|हमने कुछ इच्छाओं के सामने हार मान लीं है, अपने कुछ सपनों को छोड़ दिया है और कुछ बातों को हमने मान लिया है
Negative Thoughts से भागो मत, उन्हें Face करो – Sandeep Maheshwari
जैसे किसी को लगता है कि मैं Business नहीं कर सकता हूं क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं है जबकि Reality यह है कि यह खुद का बनाया हुआ विश्वास है, किसी को लगता है मैं एक अच्छा Teacher नहीं बन सकता क्योंकि मेरे पास पढ़ाने का अच्छा तरीका नहीं है तो यह भी खुद का बनाया हुआ विश्वास है… दोस्तों यह सब इसलिए लगता है क्योंकि आपने उस शीशे को कभी साफ करने की कोशिश ही नहीं, उस विश्वास को कभी तोड़ने की कोशिश नहीं की|
दोस्तों आपकी सोच का शीशा खराब इसलिए है क्योंकि आपने इसे खराब होने दिया, आपने कभी साफ करने का सोचा नहीं|
आपको यह बात बचपन से रिलेट करके बताता हूं क्योंकि बचपन में यह शीशा सबका साफ होता है, जब आपने चलने की कोशिश की थी चलने की शुरुआत की थी तो आप गिरे थे पर गिरने के बाद आपने किसी पर आरोप नहीं लगाया था, बहाने नहीं बनाए थे, आपने यह नहीं कहा था कि मैं इसलिए गिर गया था क्योंकि सड़क सही नहीं थी| मैं इसलिए गिर गया था कि किसी ने मेरी उंगली नहीं पकड़ी थी, मैं इसलिए नहीं चल पाया या इसलिए गिर गया क्योंकि यह मुझे चलना नहीं सीखा पाएं|
जब आप गिरे फिर से उठने की कोशिश की फिर से गिरे और फिर से उठे और तब तक कोशिश करते रहे जब तक आप चलना सीख नहीं पाए और अंत में आप चलने में सफल हो गए|
किसी अच्छे काम की शुरुआत के लिए कोई भी वक्त बुरा नहीं होता है |
तो दोस्तों तब आपने किसी को दोषी क्यों नहीं ठहराया, तब बहाने क्यों नहीं बनाए बताओ तब क्या हुआ था|और अगर तब नहीं सोचा तो अब क्यों?
क्योंकि तब आपकी सोच का शीशा बिल्कुल साफ था वह बहाने नहीं ढूंढता था वह लोगों की बातों में नहीं आता था बस वह अपने आप को दूसरों से कम नहीं समझ सकता इसलिए वह कभी हार नहीं मानता था तब तक कोशिश करता था जब तक आप को Success नहीं मिल जाती थी| और
फिर आप बड़े होते गए लोगों की बातों का आप पर असर होता है लोगों की बताई बातें, लोगों की फेंकी हुई मिट्टी कचरे और धूल की वजह से, आपकी सोच का शीशा गंदा होता गया और आपकी गाड़ी की स्पीड कम होती है मतलब आपके आगे बढ़ने की स्पीड कम होती गई और अब आप देख भी नहीं पा रहे हैं और आप अपनी क्षमताओं को जितना देख पा रहे हो उसी को अपनी जिंदगी समझ रहे हो |
दोस्तों अब मेरी बात सुनो अगर सच, Real मैं आप अपनी Zindagi को बदलना चाहते हो और अपने सपनों को पूरा करना चाहते हो तो एक बार इस धूल को इस मिट्टी को हटा कर तो देखो, एक बार इस शीशे को साफ करके तो देखो, यह लोगों की वजह से आई हुई मिट्टी है यह हट सकती है और आपकी जिंदगी बदल सकती है
बस एक बार विश्वास करके देखो, एक बार इस शीशे को साफ करके तो देखो, एक बार खुद को जानकर अपने आप को पहचान कर खुद पर भरोसा करके देखो, आपके सपने पूरे होऐंगे क्योंकि आपके पास उसको पूरा करने की क्षमता है आपके पास हिम्मत और साथ ही आप के पास उस सपने को पूरा करने की Ability है
कभी भी अपने आप को कम मत समझिये आप उससे भी बढ़कर है जितना आप सोचते हैं |
अब मैं यह नहीं कर सकता, दोस्तों इस Soch को बदलनी होगी और आज से ही इस सोच को बदल दो और अब से ऐसा सोचो कि मैं इसे कैसे कर सकता हूं | जैसे की मैं अमीर नहीं बन सकता अब इसकी जगह पर अपने मन मैं बार बार यह सोचो की मैं अमीर कैसे बन सकता हूं| एक अच्छा Student नहीं बन सकता इस को बदलो कि और मन मैं बार बार सोचो की मैं एक अच्छा Student कैसे बन सकता हूं, फिर देखना दोस्तों कैसे आपको नए Idea और Solutions मिलना शुरू हो जाएंगे|
जब आपके अंदर विश्वास होगा कि मैं इसे कर सकता हूं मुझे यह करना है कैसे करना है यह नहीं भी पता, लेकिन अंदर से यदि आप ने ठान लिया, मुझे करना है तो Automatic आपको अपने आप सोलूशन मिल जाएंगे और आप कर जाओगे |
दोस्तों आज के बाद कोई भी बात आपके दिमाग में आए, तो Negative होने की बजाय उस शीशे के ऊपर लगे कचरे को देखने की बजाय, उस कचरे को साफ करो यह मत सोचो मैं नहीं कर सकता . यह सोचो कि मैं इसे कैसे कर सकता हूं, कैसे मैं Success हो सकता हूं
फिर देखना गाड़ी का शीशा साफ होता जाएगा और साथ ही साथ रास्ता भी साफ नजर आएगा और आपकी गाड़ी की Speed बढ़ती जाएगी यानि की जिंदगी मैं आगे बढ़ते जाओगे जिंदगी में कामयाबी मिलती जाएगी|
Think Positive, Talk Positive, Feel Positive!
तो आज के बाद वादा करो कि आप अपनी सोच के शीशे पर मिट्टी नहीं जमने देंगे , कचरा नहीं जमने देंगे , खुद के साथ यह Promise कर लो कि आप अपने ऊप्पर पूरा भरोसा रखेँगे, एक वादा करो कि आप बहाने ढूंढने के बजाय उन प्रोब्लेम्स का सोलूशन्स निकालोगे|
तो दोस्तों इस लेख के नीचे कमेंट सेक्शन में लिख दो कि हम आज के बाद अपनी सोच के शीशे को साफ रखेंगे लोगों की बातों की वजह से, माहौल की वजह से, नेगेटिव लोगों की वजह से अपनी सोच के शीशे के ऊपर मिट्टी नहीं जमने देंगे, कचरा नहीं जमने देंगे|
इसी के साथ दोस्तों उम्मीद करता आपने इस लेख में जो भी समझा है उसे अपने जीवन में अप्लाई करें, आगे बढ़े और अपनी सफलता को प्राप्त करें|
दोस्तों यह “नेगेटिव सोच से छुटकारा – Overcome Negative Thoughts in Hindi” आपको कैसा लगा हमें कमेंट में जरूर बताइए, और दोस्तों जहां भी Possible हो WhatsApp, Facebook, Google+पर अपने दोस्तों और फैमिली के साथ शेयर करें, दोस्तों “नेगेटिव सोच से छुटकारा – Overcome Negative Thoughts in Hindi” इस लेख को पढ़ने के लिए Motivation Ka House – nikhilvijayvargiya.com की तरफ से आपको धन्यवाद!!
दोस्तों यदि आपके पास Hindi मैं कोई Article, Biography, Inspiring Poem,Motivational story, Moral story, Hindi Quotes, या फिर कोई और जानकारी है और यदि आप हमारे साथ शेयर करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ ईमेल करें|हमारी E-mail ID: admin@nikhilvijayvargiya.com |यदि आपकी पोस्ट हमें पसंद आती है तो हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ अपने ब्लॉग पर Publish करेंगे | Thankyou!!
Search For : नेगेटिव सोच से छुटकारा – Overcome Negative Thoughts in Hindi, How to stop negative thoughts & feeling, Overcome Negative Thoughts, Remove Negative thoughts from subconscious mind, नकारात्मक सोच से छुटकारा, Motivation ka house, nikhil vijayvargiya .
7 Comments
Lash Rejuv Trial
(July 19, 2018 - 10:54 pm)I enjoy your writing style truly enjoying this internet site.
GasGrills.biz
(August 10, 2018 - 12:38 am)This design is spectacular! You definitely know how to keep a reader amused.
Between your wit and your videos, I was almost moved to start my own blog (well,
almost…HaHa!) Great job. I really loved what you had to say, and more than that,
how you presented it. Too cool!
Nikhil Vijayvargiya
(August 11, 2018 - 1:48 am)Thankyou so much..
Cryptocurrency Institute
(October 8, 2018 - 2:28 pm)Hi there, You’ve done an incredible job. I will definitely digg
it and personally recommend to my friends. I am sure they’ll be benefited from this website.
Nikhil Vijayvargiya
(October 16, 2018 - 4:07 am)Thankyou!
suraj
(April 3, 2019 - 4:56 pm)thank you very very very……. much.
Nikhil Vijayvargiya
(May 27, 2020 - 1:41 am)Thank you for reading this content and you encouraged us by commenting, thank you very much for that.